High Court Judge कैसे बने के इस आर्टिकल में आपको वो सभी जानकारियां प्राप्त होगी जोकि हर एक छात्र को पता होना चाहिए जिसका सपना है की में भी एक दिन उच्च न्यायालय का न्यायधीश बनु|
उच्च न्यायालय का जज कैसे बने जानने से पहले, चलिए पहले थोड़ी जानकारी लेलें भारत के High Court के बारे में|
भारत के संविधान के अनुसार सुप्रीम कोर्ट के बाद उच्च न्यायालय दूसरी सबसे महत्वपूर्ण अदालत है। आधिकारिक और संविधान शक्ति के अनुसार उच्च न्यायालय सुप्रीम कोर्ट के अधीन है और अधीनस्थ/ जिला न्यायालयों के ऊपर है।
मतलब के भारत के उच्च न्यायालय के पास जिला स्तर के अदालतों से ज्यादा constitution authorities होती है और Supreme Court of India से कम|
उच्च न्यायालय राज्य का सबसे सर्वोच्च न्यायालय होता है और राज्य की अन्य अदालतों की निगरानी करने के लिए इसके पास संवैधानिक शक्तियां है। जिला स्तर के अधीनस्थ न्यायालयों द्वारा सुनाये हुए फैसले (Adjudication) को राज्य के उच्च न्यायालय में चुनौती दी जा सकती है।
क्या आप जानते हैं? ब्रिटिश शासन के समय 1862 में पहली बार उच्च न्यायालय की स्थापना हुई थी। उस समय अंग्रेजों ने भारत में तीन उच्च न्यायालयों की स्थापना की थी, कलकत्ता, बॉम्बे और मद्रास राज्य में पहली बार उच्च न्यायलय बने थे |
उच्च न्यायालय का न्यायाधीश बनने के लिए योग्यता (Eligibility Criteria)
कौन आवेदन कर सकता है? उच्च न्यायालय में न्यायाधीश केलिए आवेदन करने से पहले आपके पास इन दो चीजें का होना अनिवार्य है..
[1] अभ्यर्थी को भारत का नागरिक होना चाहिए
[2] वह कम से कम 10 वर्षों के लिए किसी भी राज्य के अधीनस्थ न्यायालय (District level Court) में एक न्यायाधीश होना चाहिए, यानी के एक उम्मीदवार को कमसे कम 10 वर्षों का न्यायिक कार्यालय संभालने का अनुभव होना चाहिए, भारत के किसी भी राज्य में
जानें जिला स्तर की अदालतों में जज कैसे बने (District Judge, Civil Judge, Magistrate)
(Or)
[2] वह किसी भी भारतीय राज्य के उच्च न्यायालय में एक अभ्यास वकील (Advocate) होना चाहिए और उसे न्यूनतम 10 वर्षों का अनुभव होना चाहिए वकालत करने का|
उच्च न्यायालय के न्यायाधीश बनने के लिए भारत के संविधान में परिभाषित न्यूनतम आयु नहीं है।
High Court Judge कैसे बने के इस आर्टिकल में, आपको उच्च न्यायालय के न्यायाधीश बनने का एक और रास्ता बताया गया है (shortcut), जोकि आपको आगे के कुछ लाइनों में जानने को मिलेगा
इसे भी पढ़ें: एक न्यायाधीश बनने के लिए आवश्यक शिक्षा और कौशल
High Court Judge कैसे बने? [Step-by-Step] Procedure
[Step 1] Senior Secondary High School
उच्च न्यायालय के न्यायाधीश बनने की दिशा में यह पहला कदम है, इसलिए आपको अगले चरण (Step 2) में आगे बढ़ने के लिए 12 वीं क्लास की परीक्षा उत्तीर्ण करनी होगी। आप अपने हाईस्कूल में किसी भी site (Arts/ Commerce/ Science) का चयन कर सकते हैं।
[Step 2] प्रवेश परीक्षा
भारत के सबसे अच्छे और बेहतरीन लॉ कॉलेजों/ विश्विद्यालों में प्रवेश पाने के लिए आपको CLAT (Common Law Admission Test) प्रवेश परीक्षा की तयारी करनी होगी और उसे उत्तीर्ण करना होगा| CLAT के अलावा, विभिन्न विश्वविद्यालयों द्वारा आयोजित कई प्रवेश परीक्षाओं केलिए भी आप आवेदन कर सकते हैं|
भारत में LLB करने केलिए सबसे अच्छे लॉ कॉलेज कोनसे हैं, CLAT के अलावा दूसरी बहोत सी प्रवेश परीक्षाओं के बारे में जानने के लिए यहाँ क्लिक करें|
[Step 3] LLB (Bachelor of Laws)
उच्च न्यायालय के न्यायाधीश बनने के लिए, आपको कानून का ज्ञान होना अनिवार्य है, जिसके लिए आपको LLB करनी पड़ेगी|
एक व्यक्ति जिसके पास कानून की डिग्री होती है उसे लॉयर कहा जाता है| न्यायतंत्र (Judiciary) के किसी भी छेत्र में करियर बनाने केलिए आपको लॉयर बनना ही होगा, अर्थार्थ लॉ की डिग्री होनी ही चाहिए|
लॉयर बनने केलिए आपके पास दो अलग-अलग विकल्प हैं (एक 5 साल का LLB और दूसरा 3 साल का LLB program) आप इनमे से किसी एक को चुन सकते हैं, अपनी शिक्षा के आधार पर
जानें एक लॉयर बनने केलिए महत्पूर्ण बातें (संपूर्ण गाइड)
यहाँ से आगे आपके पास उच्च न्यायालय के न्यायाधीश बनने के लिए दो विकल्प हैं। आप अपने पसंद के अनुसार किसी भी एक विकल्प का चयन कर सकते हैं।
{विकल्प 1}
[Step 4] Judge in Subordinate Court
उच्च न्यायालय में न्यायाधीश के रूप में नियुक्त होने के लिए आपको भारत के किसी भी राज्य में 10 वर्षों के लिए न्यायिक कार्यालय (judicial office) की सेवा करनी होगी।
जानें Subordinate Court में जज कैसे बना जाये
[Or]
[Step 4] भारतीय कोर्ट में वकील बन कर
केवल अनुभव के आधार पर उच्च नयायलय के जज की पदोन्नति प्राप्त करने के लिए आपके पास किसी भी राज्य के उच्च न्यायालय में वकालत करने का कम से कम 10 वर्ष का अनुभव होना चाहिए। और आपको न्यायालय में अभ्यास करता हुआ होना चाहिए|
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{विकल्प 2}
[Step 4] Higher Judicial Service Exam
प्रत्येक राज्य उच्च न्यायालय में न्यायाधीशों की खाली पदों को पूरा करने के लिए अपनी प्रवेश परीक्षा आयोजित करता है।
हालाँकि Higher Judicial Service Exam में आवेदन करने के लिए भी आपको अनुभव की जरुरत है, पर अगर {विकल्प 1} से तुलना की जाये तो इसमें कम समय लगेगा| इस परीक्षा में योग्य होने केलिए आप के पास कम से कम 7 वर्षों का वकालत करने का अनुभव होना चाहिए, भारत के किसी भी न्यायालय में|
उच्च न्यायालय में जज बनने केलिए वही वकील आवेदन कर सकते है जो अभी भी वकालत कर रहे हैं, मतलब के आपको वकालत करता हुआ होना चाहिए तभी आप Higher Judicial Service Exam में बैठ सकते हैं|
इस विकल्प को चुन कर, आपको उच्च न्यायालय में न्यायाधीश बनने के लिए 7 साल का अनुभव चाहिए, जोकि काफी अच्छा है, इसमें आपके पुरे 3 साल बच जाते हैं।
लेकिन इस विकल्प को चुनने में एक समस्या भी है, वह समस्या ये है कि Higher Judicial Service Exam नियमित रूप से आयोजित नहीं होती है। अन्यथा, एक वकील से सीधे उच्च न्यायालय के न्यायाधीश को पदोन्नत करने का यह ({विकल्प 1}) सबसे अच्छा तरीका है।
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उच्च न्यायालय में जजों की नियुक्त कौन करता है?
उच्च न्यायालय में एक मुख्य न्यायाधीश और उच्च न्यायालय के अन्य न्यायाधीश (Other High Court Judges) होते हैं। इस प्रकार उच्च न्यायालय में न्यायाधीशों की संख्या होती है: 1 (मुख्य न्यायाधीश) + X (उच्च न्यायालय के अन्य न्यायाधीश)
भारत का संविधान उच्च न्यायालय में न्यायाधीशों की संख्या की निर्दिष्ट नहीं करता है। मतलब के संविधान में ऐसा कोई नियम नहीं बताया गया जो बता सके के उच्च न्यायालय में जजों की संख्या इतनी ही होगी|
X: उच्च न्यायालय के काम के हिसाब (workload) के अनुसार X की संख्या भिन्न हो सकती है। किसी राज्य के उच्च न्यायालय में जजों की संख्या कितनी होगी इसका निर्णय भारत के राष्ट्रपति द्वारा लिया जाता है
उच्च न्यायालय के अन्य न्यायाधीश और मुख्य न्यायाधीश को भारत के राष्ट्रपति द्वारा नियुक्त किया जाता है, लेकिन प्रक्रिया थोड़ी अलग है।
उच्च न्यायालय के मुख्य जज को राष्ट्रपति द्वारा नियुक्त किया जाता है, भारत के मुख्य न्यायाधीश (Chief Justice of India-CJI) और उस राज्य के राज्यपाल के परामर्श के बाद।
- High Court Chief Justice = President + CJI + Governor
उच्च न्यायालय के अन्य न्यायधीशों को राष्ट्रपति द्वारा नियुक्त किया जाता है, उस राज्य के उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश और राज्यपाल के परामर्श के बाद।
- Other High Court Judges = President + High Court Chief Justice + Governor
अपने कार्यकाल को समाप्त करने के बाद उच्च न्यायालय के न्यायाधीश केवल सुप्रीम कोर्ट में या अन्य राज्य के उच्च न्यायालय में कानून का अभ्यास कर सकते हैं। अगर वह जिला स्तर पर किसी अधीनस्थ अदालत में जाना चाहें तो नहीं जा सकते हैं। मतलब के आप निचली स्तर की अदालतों में काम नहीं कर सकते|
Thnq for these information sir… please give more information about service exam….
Hi Vini! For more information regarding Judicial Service Exam check official notification
Kya justice banne k liye medical hota h plz tell me