Indian Police Ranks हिंदी में -Top to Bottom Police Rankings

यहाँ पर आपको Indian Police Ranks  के बारे में पूरी जानकारी मिलेगी| अगर आपका भी किसी पुलिस अफसर को देख कर यह प्रशन रहता है की इस Police Officer की rank क्या होगी या यह Police Department में किसी ओहदे पर होगा तो यहाँ पर आपके इन सभी प्रशनो के उत्तर मिलेंगे|

इसके साथ में आप यह भी जान पाएंगे की कोनसा पद Indian Police Ranks  में सबसे ऊपर आता है और कोनसा पद सबसे निचे होता है|

इस लेख को पढ़ने के बाद Indian police hierarchy से जुड़े आपके सभी प्रश्नों के जवाब मिल जायेंगे और फिर आपको कभी दुविधा नहीं होगी police ranking के बारे में| इसके अलावा आपको Indian Police Rankings से जुड़े ऐसे बहोत से प्रश्नों के जवाब मिलेंगे जोकि आपकी बहुत सी दुविधाओं को दूर कर देंगे|

इस लेख में Indian Police Ranks  को उच्च स्थिति (Top Rank) से निम्नतम रैंक (Bottom Rank) के क्रम में बताया गया है।

Indian Police Ranks | ऊपर से नीचे के कर्म में

1. DGP (Director General of Police)

प्रतीक चिह्न Insignia Director General of Police
DGP प्रतीक चिह्न

DGP को हिंदी में पुलिस महानिदेशक कहा जाता है|

DGP किसी भी राज्य या Union Territory के Police Force का सर्वोच्च अधिकारी होता जिसके पास सबसे ज्यादा authority होती है| यह पूरे राज्य के पुलिस का head होता है जिसके वजह से इसे State Police Chief भी कहा जाता है|

भारत में, Director General of Police (DGP) एक तीन सितारा रैंक का पुलिस अधिकारी होता है। NATO के OF-8 कोड के मुताबिक तीन-स्टार रैंक का एक अधिकारी कई सशस्त्र सेवाओं में एक वरिष्ठ कमांडर होता है|

एक Indian Police Service (IPS) candidate ही आगे चल कर DGP बन सकता है| आप यह भी कह सकते हैं की सभी पुलिस महानिदेशक IPS होते हैं|

पुरे राज्य के अंदर केवल एक ही DGP होता है, हालाँकि राज्य में ऐसे बहुत से अतिरिक्त अधिकारी भी हो सकते हैं जो DGP का पद रखते हैं|

ऐसे अधिकारियों की सामान्य नियुक्तियां राज्य और भारत सरकार के अंतर्गत आने वाले अन्य विभागों में Director के पद पर की जाती है| जैसे की Central Bureau of Investigation (CBI) Director, DG Central Reserve Police Force (CRPF), Director of Criminal Investigation Department (CID), Director of Vigilance and Anti-Corruption Bureau, Director General of Prisons, Director General of fire forces and civil defence, इत्यादि

आप DGP rank के Police Officer को कैसे पहचान सकते हैं?

Director General of Police का रैंक प्रतीक चिन्ह, राष्ट्रीय प्रतीक (National Emblem) के साथ में crossed तलवार और डंडा होता है जैसे की ऊपर की इमेज में दिखया गया है| इस प्रतीक चिन्ह/ Insignia को देख कर आप पता लगा सकते हैं की इस पुलिस अफसर की क्या रैंक है|

डीजीपी रैंक वाले अधिकारी अपने कॉलर पर गोरगेट पैच पहनते हैं, जिसकी पृष्ठभूमि नीले गहरे रंग की होती है, और उस पर पत्ती जैसी संरचना होती है, आप निचे बताई हुए इमेज में देख सकते हैं|

DGP Gorget Collar Patch
Gorget Collar Patch

यह भी जानें: Indian Army Ranks From (Top to Bottom)

2. Special Director General of Police (SDGP)

प्रतीक चिह्न Insignia Special Director General of Police
SDGP प्रतीक चिह्न

विशेष पुलिस महानिदेशक (SDGP) एक Indian Police Service (IPS) रैंक है। Director General of Police की तरह ही SDGP भी तीन सितारा रैंक का पुलिस अधिकारी होता है। SDGP को DGP के समकक्ष माना जाता है।

एसडीजी को एडीजी (ADG) के समान विभिन्न ब्यूरो के प्रमुख के रूप में तैनात किया जाता है। इसके ऊपर की रैंक Director General of Police की होती है और इसके नीचे की रैंक Additional Director General of Police (ADGP) की होती है|

आप SDGP rank के Police Officer को कैसे पहचान सकते हैं?

एक SDGP का प्रतीक चिन्ह/ Insignia DGP के सामान होता है जिसमे की राष्ट्रीय प्रतीक के साथ में crossed तलवार और डंडा होता है| SDG रैंक के अधिकारी भी अपने कॉलर पर Gorget Patch पहनते हैं|

 

3. Additional Director General of Police (ADGP)

प्रतीक चिह्न Insignia Additional Director General of Police
ADGP प्रतीक चिह्न

अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (ADGP) एक Indian Police Service (IPS) रैंक है। पुलिस फाॅर्स में ADGP को DGP का जूनियर माना जाता है। हालांकि Director General of Police की तरह ही ADGP भी तीन सितारा रैंक का पुलिस अधिकारी होता है, इसके बावजूद भी ADGP को DGP का जूनियर माना जाता है।

ADGP भारत के विभिन्न राज्यों में जोनल हेड के रूप में नियुक्त किये जाते हैं। ADG के नीचे Inspector General of Police (IG) की रैंक होती है और इसके ऊपर की रैंक विशेष पुलिस महानिदेशक (SDGP) की होती है।

आप ADGP rank के Police Officer को कैसे पहचान सकते हैं?

एक ADGP का प्रतीक चिन्ह DGP के सामान होता है जिसमे की कन्धों पर बंधी पट्टी पर राष्ट्रीय प्रतीक के साथ में crossed तलवार और डंडा होता है| ADGP  रैंक के अधिकारी भी अपने कॉलर पर Gorget Patch पहनते हैं, जिस पर पत्ती जैसी संरचना बानी होती है, जिसकी नीले गहरे रंग की पृष्ठभूमि होती है|

 

4. Inspector General of Police (IG)

प्रतीक चिह्न Insignia_of Inspector General of Police
IG प्रतीक चिह्न

भारत में ब्रिटिश शासन के दौरान, 1861 में, ब्रिटिश सरकार ने भारतीय परिषद अधिनियम 1861 पेश किया। इस अधिनियम ने पुलिस का एक नया कैडर बनाया, जिसे सुपीरियर पुलिस सेवा कहा जाता था, जिसका नाम बाद में बदल कर भारतीय इंपीरियल पुलिस कर दिया गया| अधिनियम के अनुसार  Inspector General (IG) पद पुलिस सेवा में सबसे सर्वोच्च रैंक का पद था|

वर्तमान आधुनिक भारत में, पुलिस महानिरीक्षक (IG) एक Indian Police Service (IPS) रैंक का अधिकारी होता है|

एक IG, पदानुक्रम में ADG की रैंक के ठीक नीचे, और एक राज्य में Deputy Inspector General of Police (DIG) के ठीक ऊपर तीसरा सर्वोच्च पद रखता है। कई देशों में IG पूरे राष्ट्रीय पुलिस का सबसे वरिष्ठ अधिकारी होता है।

आप IG rank के Police Officer को कैसे पहचान सकते हैं?

Inspector General of Police का रैंक प्रतीक चिन्ह (Insignia), एक स्टार के साथ में crossed तलवार और डंडा होता है| IG रैंक के अधिकारी भी DGP और ADGP की तरह अपने कॉलर पर Gorget Patch पहनते हैं, जिस पर पत्ती जैसी संरचना बानी होती है, और उसकी पृष्ठभूमि नीले गहरे रंग की होती है|

 

5. Deputy Inspector General of Police (DIG)

प्रतीक चिह्न Insignia of Deputy Inspector General of Police
DIG प्रतीक चिह्न

यह एक चयनात्मक रैंक है, इस रैंक पर उन्ही भारतीय पुलिस सेवा (IPS) या राज्य पुलिस सेवा के अधिकारियों को promote किया जाता है जिन्होंने Senior Superintendent of Police या Deputy Commissioner of Police के रूप में सफलतापूर्वक सेवा दी होती है।

भारतीय पुलिस में Deputy Inspector General of Police (DIG) पुलिस महानिरीक्षक (IG) के ठीक नीचे की एक रैंक है।

किसी राज्य के पास कितने भी डीआईजी हो सकते हैं, उनकी कोई सीमा नहीं है और अधिकांश राज्यों में कई डीआईजी होते हैं लॉ एंड आर्डर को संभालने के लिए।

आप DIG rank के Police Officer को कैसे पहचान सकते हैं?

Deputy Inspector General of Police का रैंक प्रतीक चिन्ह, राष्ट्रीय प्रतीक (National Emblem) के साथ में तीन स्टार लगे होते है| जिसे देख के आप जान सकते हैं की यह एक DIG है|

डीआईजी-रैंक वाले अधिकारी अपने कॉलर पर गोरगेट पैच पहनते हैं, जिसमें गहरे नीले रंग की पृष्ठभूमि होती है और उस पर एक सफेद लाइन होती है।

 

6. Senior Superintendent of Police (SSP)

प्रतीक चिह्न Insignia of Senior Superintendent of Police
SSP प्रतीक चिह्न

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (SSP) भारतीय पुलिस सेवा (IPS) के अधिकारी होते हैं। उन्हें कानून और व्यवस्था बनाए रखने और भारत के किसी राज्य या केंद्र शासित प्रदेश के महानगरीय जिले को सँभालने की जिम्मेदारी सौंपी जाती है। इस काम में उनकी सहायता के लिए उनके पास बहोत से junior offices होते हैं|

SSP से नीचे की रैंक Superintendent of Police की होती है, जबकि ऊपर की रैंक पुलिस उपमहानिरीक्षक (DIG) है जो तीन सितारों से ऊपर अशोक प्रतीक पहनता है।

SSP की रैंक भारतीय सेना में प्रमुख / लेफ्टिनेंट कर्नल के बराबर और केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों (CAPF) में 2IC / कमांडेंट जूनियर ग्रेड के बराबर है।

आप SSP rank के Police Officer को कैसे पहचान सकते हैं?

Senior Superintendent of Police का रैंक प्रतीक चिन्ह, दो सितारों के ऊपर राष्ट्रीय प्रतीक (National Emblem) है| जिसे देख के आप जान सकते हैं की यह एक SSP rank का police officer है| इस को गोरगेट पैच के साथ पहना जाता है, जिसमें गहरे नीले रंग की पृष्ठभूमि और उस पर सफ़ेद रंग की एक पंक्ति होती है। जिसे की वे इसे अपने कॉलर पर पहनते हैं।

 

7. Superintendent of Police (SP)

प्रतीक चिह्न Insignia of Superintendent of Police
SP प्रतीक चिह्न

पुलिस अधीक्षक (SP) राज्य पुलिस सेवा या भारतीय पुलिस सेवा (IPS) के अधिकारी होते हैं। वे भारत में गैर-महानगरीय जिलों के जिला प्रमुख होते हैं। वे जिले के एक बड़े शहरी या ग्रामीण क्षेत्र के प्रभारी भी नियुक्त किये जाते हैं जहां एक वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (SSP) जिला प्रमुख होता है।

SP विभिन्न ब्यूरो में अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (ADGP) के अधीनस्थ के रूप में भी कार्य करते हैं।

बहोत से विभिन्न मुख्यालयों में SP तीसरे नंबर के प्रमुख माने जाते हैं।

SP से नीचे की रैंक Deputy Superintendent of Police (DSP) / Additional Superintendent of Police (ASP) की होती है| अगर वह State Police Service से है तो उन्हें DSP पद दिया जायेगा वही अगर वह Indian Police Service (IPS) से है तो उन्हें ASP का पद दिया जायेगा| SP से ऊपर की रैंक वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (SSP) की होती है|

Superintendent का पद केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों में Second in Command (2IC) और डिप्टी कमांडेंट रैंक के बराबर है। अधीक्षक का पद भारतीय सेना में कप्तान/ प्रमुख के पद के बराबर है

आप SP rank के Police Officer को कैसे पहचान सकते हैं?

Superintendent of Police का रैंक प्रतीक चिन्ह, एक सितारे के ऊपर राष्ट्रीय प्रतीक (National Emblem) है| जिसे देख के आप जान सकते हैं की यह एक SP rank का police officer है|

 

8. Additional Superintendent of Police (ASP)

प्रतीक चिह्न Insignia of Additional Superintendent Of Police
ASP प्रतीक चिह्न

अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (ASP) रैंक के अधिकारी भारतीय पुलिस सेवा (IPS) से आते हैं।

Assistant/ Additional Superintendent of Police एक परिवीक्षाधीन रैंक है और SVPNPA (Sardar Vallabhbhai Patel National Police Academy) में प्रशिक्षण के दौरान अधिकारियों को यह रैंक दी जाती है।

सभी IPS अधिकारी सहायक पुलिस अधीक्षक के रूप में अपना करियर शुरू करते हैं। राज्य कैडर अधिकारी इस रैंक को नहीं रख सकते। वे Deputy Superintendent of Police (DSP) रैंक रखते हैं जो इस रैंक के बराबर है।

Additional Superintendent of Police officer का Grade Pay level 11 है वही SP का Grade Pay level 12 और SSP का Grade Pay level 13 होता है|

आप ASP rank के Police Officer को कैसे पहचान सकते हैं?

Additional Superintendent of Police का रैंक प्रतीक चिन्ह, कन्धों पर बंधी पट्टी के ऊपर राष्ट्रीय प्रतीक (National Emblem) होता है जिसमें की कोई तारा नहीं होता|

 

9. Deputy Superintendent of Police (DSP)

प्रतीक चिह्न Insignia of Deupty Superintendent of Police
DSP प्रतीक चिह्न

पुलिस उप अधीक्षक (DSP) state police officers होते हैं जिनका सम्बन्ध प्रांतीय पुलिस बलों से होता है, इस रैंक पर आप या तो सीधे प्रवेश करते हैं State Public Service Commission के exam को पास करके या कुछ सालो तक Inspector के पद पर काम करने के बाद पदोन्नत होते हैं।

राजस्थान और उत्तर प्रदेश राज्यों में, DSP रैंक को आमतौर पर सर्कल अधिकारी (CO) के रूप में जाना जाता है, हालांकि यह तकनीकी रूप से सही नहीं है क्योंकि सीओ एक पद है, रैंक नहीं। पश्चिम बंगाल राज्य में, DSP एक सब-डिवीजन का प्रभारी होता है और उसे आमतौर पर एक सब-डिविजनल पुलिस ऑफिसर (SDPO) के रूप में जाना जाता है।

आप DSP rank के Police Officer को कैसे पहचान सकते हैं?

Deputy Superintendent of Police का रैंक प्रतीक चिन्ह, जिसमें की तीन तारे (stars) होते हैं| अगर किसी पुलिस अफसर के कंधे पर लगी पट्टी के ऊपर सिर्फ तीन तारे हैं तो समझ जाइये की यह एक DSP रैंक का पुलिस अफसर है|

 

10. Police Inspector (PI)

प्रतीक चिह्न Insignia of Police Inspector
Inspector प्रतीक चिह्न

पुलिस निरीक्षक (PI) आम तौर पर एक थाने के प्रभारी अधिकारी होते हैं। भारत के एक पुलिस स्टेशन में कांस्टेबल, हेड कांस्टेबल, एक सब-इंस्पेक्टर और एक इंस्पेक्टर होते हैं। जिसमे की Police Inspector उच्च कमान अधिकारी होता है| Inspector का पद Sub Inspector के पद से ऊपर होता है और DSP से निचे होता है।

महाराष्ट्र पुलिस के अंदर एक पद Assistant Inspector का भी होता है जोकि Inspector के ढीक निचे रैंक करता है और Sub Inspector के ऊपर|

आप Inspector rank के Police Officer को कैसे पहचान सकते हैं?

Police Inspector का रैंक प्रतीक चिन्ह, जिसमें की तीन तारे (stars) होते हैं और निचे में दो पट्टियां लगी होती है लाल और नीले रंग की जिसमे की लाल पट्टी ऊपर और नीली पट्टी निचे होती है|

 

11. Sub-Inspector (SI)

प्रतीक चिह्न Insignia of Sub Inspector
SI प्रतीक चिह्न

एक सब-इंस्पेक्टर (SI) कुछ पुलिस कर्मियों को कमांड दे सकता है और पुलिस चौकी का प्रभारी होता है। वह पुलिस फाॅर्स में सबसे कम रैंक वाले अधिकारी में से है जो भारतीय पुलिस नियमों और विनियमों के तहत अदालत में चार्जशीट दायर कर सकते हैं, और आमतौर पर पहले जांच अधिकारी (first investigating officer) होते हैं।

केरल जैसे कुछ राज्यों में एक सब-इंस्पेक्टर स्टेशन हाउस ऑफिसर भी हो सकते हैं।

एक सब-इंस्पेक्टर एक सहायक पुलिस उप-निरीक्षक (ASI) से ऊपर और एक इंस्पेक्टर से नीचे रैंक करता है।

अधिकांश उप-निरीक्षकों को सीधे पुलिस में भर्ती किया जाता है जिनके पास कम-रैंक वाले पुलिस अधिकारियों की तुलना में बेहतर शैक्षणिक योग्यता होती है।

अगर आपको Sub Inspector बनना है तो निचे बताये हुए इन आर्टिकल्स को जरूर पढ़ें, जिससे की आप यह जान पाएंगे की एक SI बनने के लिए किन-किन प्रकिर्याओं से गुजरना पड़ता है|

आप Sub Inspector को कैसे पहचान सकते हैं?

Police Sub Inspector का रैंक प्रतीक चिन्ह, जिसमें की दो तारे होते हैं और कंधे की पट्टियों के बाहरी छोर पर एक लाल और नीले रंग की धारीदार रिबन होती है| लाल पट्टी ऊपर और नीली पट्टी निचे होती है| यह भारतीय सेना में एक सूबेदार पद के प्रतीक चिन्ह के समान है।

 

12. Assistant Sub-Inspector (ASI)

प्रतीक चिह्न Insignia of Assistant Sub Inspector
ASI प्रतीक चिह्न

भारत के पुलिस बलों में, एक सहायक उप-निरीक्षक (ASI) एक गैर-राजपत्रित/ non-gazetted पुलिस अधिकारी होता है| वह एक जांच अधिकारी हो सकता है, हालाँकि ज्यादातर, इंस्पेक्टर या पुलिस उपाधीक्षक को जांच अधिकारी बनाया जाता है। A.S.I. अक्सर पुलिस चौकी या “फेरी” और जांच केंद्रों के प्रभारी अधिकारी होते हैं।

आप ASI rank के Police Officer को कैसे पहचान सकते हैं?

एक एएसआई के लिए रैंक प्रतीक चिन्ह एक सितारा है, जिसमें कंधे की पट्टियों के बाहरी किनारे पर लाल और नीले रंग की धारीदार रिबन होती है।

 

13. Head Constable

प्रतीक चिह्न Insignia Head Constable
Head Constable प्रतीक चिह्न
प्रतीक चिह्न Insignia Police Head Constable
Head Constable प्रतीक चिह्न

भारतीय पुलिस में हेड कांस्टेबल अन्य देशों के पुलिस बलों में हवलदार (sergeant) के बराबर है। हेड कॉन्स्टेबल्स अपनी आस्तीन पर तीन पॉइंट-डाउन शेवरॉन पहनते हैं जोकि लाल रंग की होती है या कंधे की पट्टियों पर बनी हुई तीन बार पहनते हैं|

 

14. Senior Constable

प्रतीक चिह्न Insignia Police Head Constable Senior Constable
Senior Constable प्रतीक चिह्न
प्रतीक चिह्न Insignia Police Head Constable Senior Police Constable
Senior Constable प्रतीक चिह्न

सीनियर कॉन्स्टेबल्स अपनी आस्तीन पर दो पॉइंट-डाउन शेवरॉन पहनते हैं जिसका रंग भी लाल होता है हेड कांस्टेबल की शेवरॉन की तरह| या कंधे की पट्टियों पर बनी हुई दो बार पहनते हैं|

 

15. Police Constable (PC)

प्रतीक चिह्न Insignia of Constbale
Police Constbale

भारत के पुलिस फाॅर्स में पुलिस कांस्टेबल सबसे कम रैंक रखता है, जिसके बाद सीनियर कांस्टेबल आता है। सामान्य कानून और व्यवस्था को बनाये रखने के लिए, प्रत्येक राज्य सरकार पुलिस कांस्टेबलों की भर्ती करती है।

अगर आपको भी एक Constable  बनना है तो निचे बताये हुए इन आर्टिकल्स को जरूर पढ़ें, जिससे की आप यह जान पाएंगे की एक कांस्टेबल बनने के लिए किन-किन प्रकिर्याओं से गुजरना पड़ता है|

एक पुलिस कांस्टेबल के कन्धों पर एक पट्टी लगी होती जिस पर के कोई प्रतीक चिन्ह नहीं होता है| अगर किसी पुलिस के कंधे पर लगी पट्टी या आस्तीन के ऊपर कोई प्रतीक चिन्ह न मिले तो समझ जाइये की यह पुलिस फाॅर्स में एक कांस्टेबल के पद पर तैनात है|

 

Police Commissioner कौन होता है?

जैसा की मैंने ऊपर Indian Police Ranks को बताया पर उसमे मैंने Commissioner का जिक्र नहीं किया, ऐसा क्यों? क्योंकि कमिश्नर पोस्ट state लेवल पर नहीं होती यह Commissionerate level पर होती है| आम तौर पर Commissionerate में प्रमुख शहरों को शामिल करते हैं जैसे कि दिल्ली, मुंबई, चेन्नई, कोलकाता, अहमदाबाद इत्यादि|

प्रत्येक आयुक्त/ Commissionerate के पास खुद का पुलिस बल होता है जिसका नेतृत्व एक Commissioner of Police (सीपी) करता है जोकि एक Indian Police Services (IPS) officer होता है।

तो अब आपका प्रश्न होगा के आखिर Police Commissioners किस रैंक पर आते है?

Commissioner of Police (CP) DGP, ADGP, IG, DIGP रैंक के अधिकारी हो सकते हैं। यह उस शहर या जिले के Size और population पर निर्भर करता है|

अहमदाबाद, हैदराबाद, दिल्ली और चेन्नई जैसे शहरों में DGP rank के अधिकारी को Police Commissioner नियुक्त किया जाता है|

मुंबई, कोलकाता, बैंगलोर और सूरत आदि में Additional DGP रैंक के अधिकारी को Police Commissioner नियुक्त किया जाता है|

गुड़गांव, पुणे, कोयम्बटूर, ठाणे, हावड़ा, Madurai, सिलीगुड़ी, त्रिवेंद्रम, कोच्चि में IG रैंक के अधिकारी को CP नियुक्त किया जाता है|

वहीं बिधाननगर जैसे शहरों में DIG रैंक के अधिकारी को Police Commissioner नियुक्त किया जाता है|

 

Commissionerate Police Ranks (Top to Bottom)

1. Commissioner of Police (CP)

  • जैसा की आपने जाना Commissioner of Police (CP)- DGP, ADGP, IG, DIGP रैंक के अधिकारी हो सकते हैं। पर अधिकतर जगह पर देखा गया है की Police Commissioner DGP और ADGP स्तर के अधिकारीयों को ही बनाया जाता है|
  • CP, DGP, और ADGP का रैंक प्रतीक चिन्ह समान होता है|

2. Joint Commissioner of Police (Joint CP)

  • Joint CP, IG rank के अधिकारीयों को बनाया जाता है|
  • Joint CP और IG का रैंक प्रतीक चिन्ह एक समान होता है|

3. Additional Commissioner of Police (Additional CP)

  • Additional CP, DIG rank के अधिकारीयों को बनाया जाता है|
  • Additional CP और DIG का रैंक प्रतीक चिन्ह एक समान होता है|

4. Deputy Commissioner of Police (DCP)

  • DCP, SSP और SP rank के अधिकारीयों को बनाया जाता है|
  • DCP, SSP और SP का रैंक प्रतीक चिन्ह एक समान होता है|

5. Assistant Commissioner of Police (ACP)

  • ACP, DSP rank के अधिकारीयों को ही बनाया जाता है|
  • ACP और DSP का रैंक प्रतीक चिन्ह एक समान होता है|

6. Inspector

7. Sub-Inspector

8. Assistant Sub-Inspector

9. Head Constable

10. Senior Constable

11. Constable

 

Commissioner और DGP के बीच क्या अंतर है?

Police Commissioner और DGP का रैंक प्रतीक चिन्ह एक समान होता है, जिसमे की राष्ट्रीय प्रतीक (National Emblem) के साथ में crossed तलवार और डंडा होता है|

DGP राज्य पुलिस बल का प्रमुख होता है, जबकि पुलिस कमिश्नर किसी भी जिला पुलिस बल का प्रमुख होता है। उदहारण के लिए; Mumbai Police Commissioner, केवल मुंबई जिले का प्रमुख होता है वहीँ महाराष्ट्र का DGP पूरे महाराष्ट्र राज्य के पुलिस फाॅर्स का प्रमुख होता है|

Police Commissioner जिले के आकार के आधार पर, डीआईजी से लेकर डीजीपी तक विभिन्न रैंकों से एक अधिकारी हो सकता है।

एक राज्य के अंदर एक से ज्यादा Police Commissioner हो सकते हैं वहीँ Director General of Police (DGP)  पुरे राज्य के अंदर केवल एक ही होता है|

 

SP और SSP में से Senior कौन है?

SP full form: Superintendent of Police

SSP full form: Senior Superintendent of Police

जैसा की नाम से मालूम चल रहा है की SSP, SP का senior होता है|  SSP से नीचे की रैंक Superintendent of Police की होती है|

 

ASP और DSP में से Senior कौन है?

ASP (Assistant Superintendent of Police) रैंक के अधिकारी भारतीय पुलिस सेवा (IPS) से आते हैं। वहीँ Deputy Superintendent of Police (DSP), state police officers होते हैं| ASP और DSP दोनों तीन स्टार पहनते हैं और समकक्ष पदों पर तैनात किए जा सकते हैं| इसके बावजूद भी एक ASP, DSP का senior होता है|

 

SHO कौन होता है? और इसकी Rank क्या होती है?

SHO Full Form : Station House Officer

SHO एक थाने का प्रभारी अधिकारी होता है। जिसको अंग्रेजी में आप “Officer in Charge of a Police Station” कह सकते हैं|

Station House Officer, Inspector या Sub inspector rank का अधिकारी हो सकता है| यह निर्भर करता है Police Station किस स्थान पर है| अगर थाना किसी बड़े या ज्यादा जनसंख्या वाले शहर में है तो उस थाने का प्रभारी अधिकारी (SHO) एक Inspector को बनाया जाता है| वहीं अगर थाना किसी कम जनसंख्या वाली जगह पर है तो आमतौर पर वहां का SHO एक Sub Inspector रैंक का अधिकारी होता है|

CrPC section 2(o) जोकि “Officer in Charge of a Police Station” के बारे में है उसके मुताबिक : जब थाने का प्रभारी अधिकारी किसी कारणवश पुलिस थाने में उपस्थित नहो तो उस परिस्थिति में स्टेशन में मौजूद पुलिस अधिकारी जोकि ओहदे में सबसे वरिष्ठ (मौजूदा SHO के बाद) और जिसकी रैंक कांस्टेबल से ऊपर हो उसको थाने का प्रभारी अधिकारी बनाया जायेगा|

Source: [Wikipedia]

 

मुझे उम्मीद है की Indian Police Ranks से सम्बंधित सभी जवाब मिल गए होंगे और आप जान पाए होंगे की किस पुलिस अफसर को कितने स्टार होते हैं और कोनसा पुलिस अफसर किस पुलिस अफसर से सीनियर है|

अगर इसके बाद भी आपका Indian Police Ranking से सम्बंधित कोई प्रशन हैं तो आप निचे कमेंट करके पूछ सकते हैं|

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22 Comments

  1. That’s great work all information is provided very simple language
    I know very well
    Indian polic.🇮🇳🇮🇳

  2. Very helpful information about police department
    But i request you to Post a complete PDF file also so we can share easy to everyone
    Thank you.

  3. very very helpful information of police department

    thanks for your good your work is very very scintillating

  4. Who among the following belongs to level 2nd in the police hierarchy?
    A. Sub inspector
    B. Constablury
    C. DSP
    D. DGP

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